snehalodhaby Ghumledunia💎Top Contributor

COMPLETE GUIDE TO SEARCH ENGINE OPTIMIZATION IN HINDI

स‌र्च एनजिन औपतीमाईजेशन (SEO) को साधारण शब्दों में कहा गया है वह अभ्यास जिससे आप अपने वेबसाइट में आने वाले लोगों की संख्या को इस प्रकार भरा सकते हो कि जो लोग आपके वेबसाइट में उपलब्ध इन्फोर्मेशन जैसे शब्द अगर Google अथवा Yahoo पे सर्च करें तो आपकी वेबसाइट पहले नज़र में आए।

इसे और अच्छे से समझने के लिए, हमने इसे विभिन्न प्रकार में विभाजित किया है।

१. वेबसाइट में आने वाले लोगों की संख्या।

२. वेबसाइट में आने वाले लोगों का उपदेश।

३. बीना विगयापन के अपने वेबसाइट को पहले पेज में रखना।


१. वेबसाइट में आने वाले लोगों की संख्या


सर्च एनजिन के माध्यम से वेबसाइट में आने वाले लोगों की संख्या बढ़ने से आप अपनी वेबसाइट को महत्त्वपुर्न दिखाते हैं।




२. वेबसाइट में आने वाले लोगों का उपदेश


जो व्यक्ति आपके वेबसाइट में आ रहे हैं अगर वह उसे उनके सर्च रिजल्ट के उपदेश से भिन्न लगा तो वह लाभकारी नहीं है।



इसलिए अगर आपकी वेबसाइट Event Related Party पे आधारित है और आप उन लोगों के सर्च इंजन में नज़र आ रहे हैं जो Political Party के बारे में सर्च कर रहे हैं तो वह अवश्य लाभकारी नहीं मानेंगे आपकी वेबसाइट को।

३. बीना विगयापन के अपने वेबसाइट को पहले पेज में रखना।


लोग हजारों रुपए खर्च करने के बाद कुछ समय के लिए अपने वेबसाइट को लोगों के नज़र में रख पाते हैं। किन्तु सर्च इंजन के माध्यम से आप अपने वेबसाइट को लोगों के सर्च रिजल्ट में अधिक समय तक रख सकते हैं।

खोज इंजन अनुकूलन (Search Engine Optimization) या एसईओ, एक प्रक्रिया है जो वेबसाइट या ब्लॉग को अधिक समझदार बनाती है, ताकि वे खोज इंजन के अनुकूल हों और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं तक अधिक से अधिक दिखाई दे। एसईओ अनुकूलन वेबसाइट या ब्लॉग को सर्च इंजन में अधिक स्थान प्रदान करने के लिए निर्देशित होती है। यहाँ हिंदी में एसईओ की पूरी गाइड है:



कीवर्ड रिसर्च (Keyword Research): इस विषय पर अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करें और यह समझें कि लोग आपकी वेबसाइट की खोज कैसे कर सकते हैं।

वेबसाइट की डिजाइन और नेविगेशन (Website Design and Notification): आपकी वेबसाइट नेविगेशन आसान होना चाहिए और उसका डिजाइन इंटरेस्टिंग और विश्वसनीय होना चाहिए।

वेबसाइट कंटेंट (Website Content): वेबसाइट कंटेंट उचित होना चाहिए और उसमें वेबसाइट के मुख्य शब्द होने चाहिए।

मेटा टैग (Meta Tag): यह वेबसाइट की मेटा टैग जैसे शीर्षक, विवरण और कीवर्ड होते हैं जो खोज इंजन को बताते हैं कि

सर्च एनजिन कैसे काम करता हैं?


सर्च एनजिन जैसे गूगल और याहू अपने crawler दुवारा आपके दिए गए शब्दों को उन तमाम वेबसाइट्स जो searchable हैं।



उनमें से latest पोस्ट जो आपके सर्च का सबसे करिबी उत्तर लगता है उन सभी को importance के अनुसार रैंकिंग देता है।

परन्तु यह रिजल्ट कोई इन्सान नहीं, एक computerized सर्च इंजन दे रहा है, जो आपके शब्दों के अनुसार खोज करता है।

सर्च इंजन किस आधार पर एक वेबसाइट को रैंकिंग देता है?



विभिन्न प्रकार की वेबसाइट उपलब्ध है internet में। इन सबमें हमें सबसे प्रसिद्ध, सबसे ज्यादा informative, और trustworthy वेबसाइट पढ़ने है। सर्च एनजिन भी इन सब को आधार बनाकर हमारे समक्ष उत्तर पेश करता है।

१. कौन सी वेबसाइट दिए गए शब्दों को ज़्यादा महत्व देते हैं।


उधार के तौर पर, Amazon और Times of India लेते हैं। हालांकि, Amazon भी politics और business पर आधारित किताबें रखती है, परन्तु सर्च इंजन में Times of India पहले रैंकिंग में आएगा।



और Times of India भी Makeup product पर आधारित न्यूज़ लिखते हैं परन्तु सर्च इंजन में Amazon पहले रैंकिंग में आएगा। इसे यह पता चलता है, की वेबसाइट जिन शब्दों को ज़्यादा महत्व देते हैं, वह वेबसाइट उन से रैंकिंग प्रयाप्त करते हैं।

२. Readers ने कौन सी वेबसाइट को ज़्यादा ध्यान दिया है बीते दिनों में।


सर्च एनजिन इस बात पर बहुत ध्यान देता है अपने crawlers दूआरा की Readers कितना समय दे रहे हैं एक वेबसाइट को। बहुत सारे लोग spam वेबसाइट बनाते हैं और सर्च इंजन उन वेबसाइट को रैंकिंग नहीं देता।


३. कितने वेबसाइट ने recommend किया है।


यह बात हमारे लिए जितना आवश्यक है उतना सर्च इंजन के लिए भी है। सिर्फ इतना ही नहीं, यह भी की recommend करने वाली वेबसाइट खुद कितना trustworthy है। उदाहरण के तौर पर Wikipedia को लेते हैं।

हम सब जानते है कि Wikipedia उन सभी पर लेखन करता जो प्रसिद्ध है। अतः उन सभी पर अनेक वेबसाइट लिखते हैं, परन्तु फिर भी Wikipedia का एक लेखन उसे सर्च इंजन में पहली रैंकिंग देता है। ऐसा सिर्फ इस लिए हो पाता है कि सारी वेबसाइट Wikipedia को सबसे trustworthy वेबसाइट के तौर पर recommend करती है।

४. कौनसी वेबसाइट का लेखन detailed हैं।


हम कुछ भी सर्च करते हैं, वही सारी वेबसाइट पहली रैंकिंग में आती है जो detail में समझाते हैं फिर चाहे वह shopping, news, या business वेबसाइट हो। इसलिए हमें लेखन को sub-headings दूवारा विभिन्न इन्फौरमेशन देना चाहिए।

५. कौनसी वेबसाइट ज़्यादा जल्दी उत्तर पेश करेगा।


अधिकतर वेबसाइट ज़्यादा विगयापन और अन्य लेखन को पेज में ज्यादा प्रचार करने के वजह है अधिक समय लेते जिस वजह से वह वेबसाइट रैंकिंग में नहीं आता। और जो वेबसाइट ज्यादा महत्व उत्तर को देता वह रैंकिंग पर आजाती हैं।

६. कौनसी वेबसाइट दुसरे सभी वेबसाइट से भिन्न हैं।


अधिकतर वेबसाइट इसलिए रैंकिंग पर नहीं आता क्यूंकि उस वेबसाइट की लेखन दुसरे वेबसाइट से मिलती हैं। इस यह आवश्यक है कि हम अपने लेखन को unique बनाएं।

OPTIMIZATION क्या है?

सर्च इंजन का मतलब अब यकिनन हमें ग्यात हैं परन्तु optimization का क्या मतलब है अब हम यह जानने की कोशिश करते हैं।


जब हम वेबसाइट का meta title, keyword और description अपने वेबसाइट के niche, target readers और competitors को ध्यान में रखते हुए set करते तो उसे optimization का एक प्रकार माना जाता है। 

इसके अलावा हमें हमारी पूरानी लेखन को अपने नए लेखन दव्आरा recommend भी करनी चाहिए। तथा जो तस्वीरें हम अपने लेखन में दे रहे उनकी भी title, keyword और description लिखनी चाहिए।

यह सब हमारे optimization को हमारे competitors की वेबसाइट से बहत्तर बनाती हैं।

कौनसा DOMAIN हमारे वेबसाइट के लिए BEST हैं?

आपने कई बार सर्च करते वक्त देखा होगा कि वेबसाइट के url के वजह से कई वेबसाइट रैंकिंग में दिख रही है परन्तु वह वेबसाइट का उत्तर हमारे खोज से भिन्न हैं। इसलिए हमें domain  वही लेना चाहिए जो unique हो वरना बाकी उसके domain जैसे अनेक domain अनजाने में ले सकते हैं।

Post a Comment

0 Comments